ऑस्ट्रेलियाई चीन संबंधों में तनाव, ऑस्ट्रेलिया ने आखिर ऐसा क्या किया, BRI परियोजना क्या है, chini videsh Mantralaya, Australia China mein tanav

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि Belt and Rod Initiative अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक सहयोग की एक पहल रहीं है। जो संयुक्त योगदान, व्यापक परामर्श, आपसी सहयोग और साझा लाभ के सिद्धांतों का पालन करती है और यह उदारता, समावेशिता और पारदर्शिता की भावना को बढ़ाती है.



 और उन्होंने कहा कि , 'विक्टोरिया प्रांत का चीन के साथ सहयोगा का फ़ैसला BRI ढांचे के तहत था, जो दोनों तरफ़ के लोगों को लाभ देता, यह अच्छी पहल है। यह दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हो सकती थी। विक्टोरिया सरकार और चीन के बीच BRI सहयोग समझौते को ऑस्ट्रेलिया की संघीय सरकार का वीटो के ज़रिए रद्द करना दोनों देशों के बीच साझा सहयोग और सामान्य आदान-प्रदान में बेतुके तरीक़े से ख़लल डालना है और द्विपक्षीय संबंधों और आपसी विश्वास को कम आंकना है।'

वांग वेंबिन ने कहा, 'हम ऑस्ट्रेलिया से आग्रह करते हैं कि वह शीत युद्ध की मानसिकता और वैचारिक पक्षपात को छोड़ते हुए द्विपक्षीय सहयोग को निष्पक्ष और तर्कों की रोशनी में देखे, अपनी ग़लतियों को तुरंत सुधारने की कोशिश करें और परिवर्तन करे, आगे ग़लत रास्ते पर जाने से बचे और पहले से गंभीर हो चुके चीन/ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को ओर गंभीर होने से बचाए।'

ऑस्ट्रेलिया तुरंत अपना फैसला वापस ले वरना चीन करारा जवाब देगा



प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान वेंबिन से जब यह सवाल पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया ने इस समझौते को रद्द करने के लिए विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला दिया है। इस पर चीन विदेश मंत्रालय का क्या कहना है?


जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेंबिन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा चार समझौतों को रद्द किया है जिनमें से दो चीन से भी जुड़े हैं। इसलिए आस्ट्रेलिया ने किसी एक देश को निशाना बनाने के लिए यह फ़ैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने सामान्य आयात-निर्यात और आपसी सहयोग को काफ़ी बाधित किया है और साझा विश्वास को कमज़ोर किया है।


ऑस्ट्रेलिया का क्या कहना हैं


ऑस्ट्रेलिया कहता है कि चीन के साथ सहयोग और उच्च स्तरीय वार्ता मज़बूत करने की उसे आशा है। हालांकि उसने उसके बिल्कुल उलट काम किया है। ऑस्ट्रेलियाई पक्ष द्विपक्षीय संबंधों को लगातार नज़रअंदाज़ कर रहा है। इस बार यह सबूत है कि ऑस्ट्रेलिया में संबंध सुधारने को लेकर बुनियादी ईमानदारी का आभाव है।


चीन ने दी कड़े शब्दों में चेतावनी



'हम ऑस्ट्रेलिया से एक बार फिर आग्रह करते हैं कि वह ग़लत फ़ैसले को पलट दे और सही रास्ता तुरंत अपनाए, ग़ैर ज़िम्मेदाराना हरकत तुरंत बंद करे और दोनों देशों के बीच साझा सहयोग और आयात निर्यात पर कोई निराधार प्रतिबंध लगाने से बचे अन्यथा चीन पूरी तरह से मुंहतोड़ जवाब देगा।'


ऑस्ट्रेलिया ने आख़िर ऐसा क्या किया?


ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को चीन के साथ उसकी महत्वाकांक्षी 'BRI' परियोजना से जुड़े दो समझौतों को रद्द कर दिया था। ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मेराइस पेन ने चार समझौतों को रद्द करने की घोषणा की थी लेकिन उसमें BRI परियोजना के दो समझौते की तनाव का कारण बनें हैं।


दिलचस्प बात तो यह है कि आस्ट्रेलिया ने दो समझौते करके उसके विक्टोरिया प्रांत को 2018 और 2019 में चीन के साथ कर दिया थे। ऑस्ट्रेलियाई संघीय सरकार को दिसंबर में यह वीटो पावर दी गई थी कि वह किसी प्रांत या विश्वविद्यालय द्वारा लिए गए फ़ैसले को रद्द कर सकती है। इस निर्णय पर वह निष्पक्ष रुप से फैसला ले सकती है। और इस निर्णय संबंधी आपत्ति पर विचार करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई संघीय सरकार स्वतंत्र होगी। विदेश मंत्री पेन ने एक बयान जारी किया था, जिसमें इसका कारण विदेश नीति बताया था।

 





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