कोरोना वायरस के कारण चीन की हालत दिन प्रतिदिन खस्ता हो रही है कोरोना वायरस चमगादड़ों तथा सांप के सूप पीने से हुई है।
चीन में कोरोना वायरस से मौतों की संख्या 1110 से ज्यादा हो गई है। वहीं 42 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अगले कुछ हफ्तों में वुहान में संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख तक पहुंच सकती है। इस शहर में 23 जनवरी से ही 1 करोड़ 10 लाख लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को चीन के घातक करॉना वायरस का आधिकारिक नाम 'कोविड-19' रख दिया है।
इस वायरस की पहचान पहली बार 31 दिसंबर 2019 को चीन में हुई थी। WHO के प्रमुख टेड्रोस एधानोम गेब्रेयेसुस ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, 'अब हमारे पास बीमारी के लिए नाम है और यह कोविड-19 है।' उन्होंने नाम की व्याख्या करते हुए कहा कि 'को' का मतलब 'करॉना', 'वि' का मतलब 'वायरस' और 'डी' का मतलब 'डिसीज' (बीमारी) है। डब्ल्यूएचओ ने करॉना को विश्व के गंभीर खतरा बताया है। दिसंबर में इस वायरस की पहचान होने के बाद से अब तक अकेले चीन में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 42,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं और यह 25 देशों में फैल चुका है।
वायरस में भाग लेने वाले वैज्ञानिक इस वायरस की उत्पत्ति पर भी विमर्श करेंगे। माना जा रहा है कि वायरस की उत्पत्ति चमगादड़ों में हुई होगी और यह मनुष्य में सांपों और पैंगोलिन जैसे जीवों के जरिए फैला होगा। ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका की कई कंपनियां और संस्थान करॉना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने वुहान में वायरस के फैलने के तरीकों का अध्ययन किया। इसमें पता चला है कि संक्रमण की यही रफ्तार रही तो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाएंगे। अध्यक्ष टेडरोस अधनोम घेबरेसुस ने जिनेवा में करॉना वायरस संकट के विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए कोरोना को विश्व के लिए बेहद गंभीर खतरा करार दिया है। उन्होंने कहा, 'चीन में इसके 99 मामले पाए गए हैं इसलिए उस देश के लिए यह आपदा है लेकिन शेष विश्व के लिए भी यह बहुत बड़ा खतरा है।' दो दिवसीय सम्मेलन में वैज्ञानिक इस वायरस के फैलने और इसका संभावित टीका विकसित करने पर विचार करेंगे।
कोरोना वायरस का असर भारत में भी दिखाई दे रहा है भारत में 3-4 लोगों में इसके लक्षण पाए गए है भारत सरकार भी इस वायरस के प्रति काफी सचेत है
कोरोना वायरस क्या है
कोरोना वायरस का सबंध ऐसे संक्रमण से है जिससे हमें जुकाम,सिर दर्द तथा सांस लेने में दिक्कत होती है इस वायरस इसको दुनिया ने पहले कभी नहीं देखा। यह वायरस चीन में दिसंबर में फैला था आज इस वायरस ने चीन को अपनी चपेट में ले लिया है इस वायरस के सर्वप्रथम लक्षण चीन के बुहान शहर में देखे गए थे देखते देखते हो बारिश पूरे चीन में फैल गया डब्ल्यूएचओ ने इससे बचने के लिए कई तरीके भी बताए हैं
इस वायरस की पहचान पहली बार 31 दिसंबर 2019 को चीन में हुई थी। WHO के प्रमुख टेड्रोस एधानोम गेब्रेयेसुस ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, 'अब हमारे पास बीमारी के लिए नाम है और यह कोविड-19 है।' उन्होंने नाम की व्याख्या करते हुए कहा कि 'को' का मतलब 'करॉना', 'वि' का मतलब 'वायरस' और 'डी' का मतलब 'डिसीज' (बीमारी) है। डब्ल्यूएचओ ने करॉना को विश्व के गंभीर खतरा बताया है। दिसंबर में इस वायरस की पहचान होने के बाद से अब तक अकेले चीन में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 42,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं और यह 25 देशों में फैल चुका है।
वायरस में भाग लेने वाले वैज्ञानिक इस वायरस की उत्पत्ति पर भी विमर्श करेंगे। माना जा रहा है कि वायरस की उत्पत्ति चमगादड़ों में हुई होगी और यह मनुष्य में सांपों और पैंगोलिन जैसे जीवों के जरिए फैला होगा। ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका की कई कंपनियां और संस्थान करॉना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने वुहान में वायरस के फैलने के तरीकों का अध्ययन किया। इसमें पता चला है कि संक्रमण की यही रफ्तार रही तो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाएंगे। अध्यक्ष टेडरोस अधनोम घेबरेसुस ने जिनेवा में करॉना वायरस संकट के विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए कोरोना को विश्व के लिए बेहद गंभीर खतरा करार दिया है। उन्होंने कहा, 'चीन में इसके 99 मामले पाए गए हैं इसलिए उस देश के लिए यह आपदा है लेकिन शेष विश्व के लिए भी यह बहुत बड़ा खतरा है।' दो दिवसीय सम्मेलन में वैज्ञानिक इस वायरस के फैलने और इसका संभावित टीका विकसित करने पर विचार करेंगे।
कोरोना वायरस का असर भारत में भी दिखाई दे रहा है भारत में 3-4 लोगों में इसके लक्षण पाए गए है भारत सरकार भी इस वायरस के प्रति काफी सचेत है

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