जो पत्र सरकारी विभाग द्वारा दूसरे विभाग के लिए लिखे जाते हैं उन्हें प्राय सरकारी पत्र कहते हैं सरकारी पत्र के लेखन प्रक्रिया का वर्णन इस प्रकार से है
1. सरकारी पत्र प्राय एक सरकारी कार्यालय विभाग या मंत्रालय से दूसरे विभाग कार्यालय या मंत्रालय पर लिखे जाते हैं.
2. पत्र के शेष भाग पर कार्यालय विभाग तथा मंत्रालय का नाम और पता लिखा जाता है
3. पत्र के बाएं ओर फाइल संख्या या क्रमांक लिखा जाता है ताकि स्पष्ट हो सके कि संबंधित पत्र किस विभाग या कार्यालय द्वारा कब और क्यों लिखा गया है
4. प्रेषित का नाम पता आदि बाईं ओर लिखा जाता है और कई बार अधिकारी का नाम भी लिखा जाता है
5. तत्पश्चात "सेवा में" शब्द का प्रयोग किया जाता है
6. विषय शीर्षक के अंतर्गत पत्र का प्रयोजन किया जाता है
7. विषय के बाद बाईं ओर महोदय संबोधन लिखा जाता है
8. पत्र के बाएं ओर प्रेषक का नाम पता और तारीख दी जाती है।
9. पत्र के अंत में भवदीय शब्द का प्रयोग किया जाता है
10. भवदीय के नीचे पत्र प्रेक्षक के हस्ताक्षर होते हैं हस्ताक्षर के नीचे प्रेषक का नाम और पता और पद का नाम लिखा जाता है
11. पत्र लेखन के लिए आवश्यक है कि पत्र की भाषा सहज सरल और विषय अनुरूप होनी चाहिए। जटिल शब्दों का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
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