स्वतंत्रता की रक्षा Freedom of Liberty
आधुनिक राज्य में व्यक्ति की स्वतंत्रता Freedom को सुरक्षित बनाने के लिए कुछ निम्नलिखित रक्षा कवचों की व्यवस्था होनी आवश्यक है। यह एक स्थापित सत्य है कि व्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त सीमा तक सरकार के रुख पर निर्भर है। निरंकुश राजतंत्र,कुलीन तंत्र,अधिनायक तंत्र में व्यक्ति की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखना और असंभव नहीं हो सकता, क्योंकि ऐसी शासन प्रणाली में व्यक्ति का जीवन ही शासकों की दया दृष्टि पर निर्भर होता है। लोकतंत्र में व्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिक रूप में सुरक्षित होना। इस कारण संभव हो जाता है। प्रजातंत्र Democracy में क्योंकि जनता के अपने चुने हुए प्रतिनिधि ही समाज शासन का प्रबंध करते हैं। और कानून का निर्माण करते हैं। इन प्रतिनिधियों द्वारा बनाए कानून व्यक्तिगत स्वतंत्रता(Freedom? को नष्ट नहीं कर सकते और अप्रत्यक्ष रूप में जनता स्वयं ही उन कानूनों की निर्माता होती है। अपने बनाए कानूनों Law का पालन करने से व्यक्ति की सत्यता नहीं होती अपितु ऐसा करने से व्यक्ति गौरवान्वित अनुभव करता है।
जनता की स्वतंत्रता Freedom और रक्षा के लिए यह आवश्यक है कि नागरिक के मौलिक अधिकारों का स्पष्ट रूप से संविधान में वर्णन हो ताकि व्यक्ति इन अधिकारों से पूर्ण लाभ उठा सकें। मानवीय अधिकारों का केवल संविधान में ही वर्णन करना पर्याप्त नहीं है। अपितु संवैधानिक उपचारों द्वारा सरकार के अनुचित हस्तक्षेप से सुरक्षित रखना भी बहुत आवश्यक है। यदि ऐसा नहीं होगा तो सरकार स्वेच्छा से किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करती रहेगी। इसी कारण भारत,संयुक्त राज्य अमेरिका इत्यादि देशों में मानवीय अधिकारों का वर्णन करने, और उन्हें संविधान द्वारा सुरक्षित बनाने से व्यक्ति की स्वतंत्रता को किस प्रकार का भय नहीं होता।
स्वतंत्र और निष्पक्ष न्यायपालिका व्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा तभी कर सकती है। यदि किसी निरंकुश तानाशाह या सम्राट के शासन की अपेक्षा कानून का शासन हो। स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए यह भी अवश्यक है कि राज्य में किसी भी वर्ग के लोगों को को विशेष अधिकार प्राप्त करना हो वह प्रत्येक व्यक्ति को विकास करने के लिए समान अवसर प्रदान किया जाए।
Post A Comment:
0 comments:
हर दिन कुछ खास खबर